उसे सब कुछ पसंद है., ... और मुझे बस वो..!
उसे बारिश पसंद है,
... मुझे बारिश मे वो..!
उसे हसना पसंद है,
... मुझे हस्ती हुई वो..!
उसे झगड़ना पसंद है,
... मुझे लडती हुई वो..!
उसे चांदनी रात पसंद है,
... मुझे चांदनी रात में वो..!
उसे ख्वाब देखना पसंद है,
... मुझे ख्वाबों मे वो..!
उसे शर्मना पसंद है,
... मुझे शर्माती हुई वो..!
उसे सब कुछ पसंद है.,
... और मुझे बस वो..!
... मुझे बारिश मे वो..!
उसे हसना पसंद है,
... मुझे हस्ती हुई वो..!
उसे झगड़ना पसंद है,
... मुझे लडती हुई वो..!
उसे चांदनी रात पसंद है,
... मुझे चांदनी रात में वो..!
उसे ख्वाब देखना पसंद है,
... मुझे ख्वाबों मे वो..!
उसे शर्मना पसंद है,
... मुझे शर्माती हुई वो..!
उसे सब कुछ पसंद है.,
... और मुझे बस वो..!
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